Pet kam karne ke yoga : वजन कम करने के लिए आप मे से बहुत से लोग अलग-अलग तरह के घरेलु उपाय करते होंगे या डॉयटिंग भी करते होंगे और आप मे से बहुत से लोग डाइट चार्ट के हिसाब से भी खाना खाते होंगे, किन्तु इन सभी चीज़ो को आप करते है तो करना भी चाहिए लेकिन इन सभी के साथ exercise ,व्यायाम और yogaकरना भी बहुत जरुरी होता है जो की आपके vajan को जल्दी कम करने मे मदद करता है। Yoga सिर्फ शरीर या बॉडी फिटनेस के लिए नहीं होता है बल्कि Yoga और व्यायाम शरीर को भविष्य मे होने वाली भी बहुत सी बीमारियों से बचाता है। और अगर आप किसी भी रोग से ग्रसित है या शरीर मे किसी भी पीड़ा से परेशान है तो उसे आसानी से Yoga के माध्यम से दूर किया जा सकता है। तो आज मे आपको मेरे इस पोस्ट मे आसान Yoga टिप्स बताऊगी जो की आपके वजन को आसानी से कम करने मे आपकी मदद करेंगे। किन्तु अगर आप पहली बार Yoga कर रहे है तो Yoga को योग गुरु की देख रेख मे ही करे।
पेट और शरीर के वजन को कम करने के योगा( Pet kam karne ke yoga)
Table of Contents
Toggle Table of Content1) सेतु बंधा योगासन (Setubandh yoga)
इस Yoga को करने के लिए पहले पीठ के बल लेट जाये और फिर दोनों घुटनो को मोड़े,और पैर के तलवे जमीन पर टिकाये। और अब अपनी दोनों बाहो को जमीन पर लगा के रखे ये ध्यान रहना चाहिए की हथेलियाँ जमीन पर ही टिकी हो। और अब साँस छोड़ते हुए अपनी कमर को जमीन से ऊपर उठाए, और ध्यान रहे की हथेलियाँ और पैर उसी अवस्था मे रहे। और इस अवस्था मे ३० सेकंड तक रहे और फिर धीरे-धीरे वापस नार्मल अवस्था मे आ जाये।

सेतु बंधा योगा के फायदे
1) बहुत बार गलत तरीके के उठने-बैठने से कमर एक और झुक जाती है,और सेतु बंधा आसन योग रीड की हड्डी को सीधे बनाये रखता है और इससे कमर को ताकत मिलती है।
2) अगर आप अपना पेट और कमर को कम करना चाहते है तो ये योगा इसके लिए बहुत ही फयदेमंद होगा।
3) इस आसन को करने से गर्दन का खिचाव और तनाव कम होता है।
4) सेतु बंधा योगा से जांघो और पेट की मांशपेशियों को मजबूती मिलती है।
5) हाई ब्लड प्रेसर वाले व्यक्तियों को सेतु बंधा आसन नहीं करना चाहिए।
2) बालासन योगा (Balasan Yoga)
बालासन योगा करने के लिए सबसे पहले अपने घुटनो के बल बैठ जाये और ध्यान रहे की आपका पूरा वजन एड़ियों पर ही हो। और अब आप साँस लेते हुए आगे की और झुक जाये,और यही अवस्था आपकी छाती जाघों को झुनी चाहिए।और सर आगे फर्श पर पर लगना चाहिए। कुछ देर इसी मुद्रा मे रहे और इसे ५ से ७ बार करे और फिर धीरे-धीरे शरीर को ढीला छोड़ नार्मल अवस्था मे हो जाये।

बालासन योगा के लाभ :
1) अगर आप अपनी तोंद कम करना चाहते है तो बालासन योगा हर रोज करे।
2) पेट अंदर करने के लिए बालासन योगा रोज 10 मिनट तक करे, क्योकि इस व्यायाम से पेट की मांशपेशिया मजबूत होती है।
3) कपाल-भाती योगा (KapalBhati Yoga)
पेट को कम करने के लिए कपालभाती प्राणायाम बहुत ही फायदेमंद है। अगर आप अपने शरीर का वजन और पेट कम करने के उपाय ढूंढ रहे है तो कपालभाती करना शुरू कर दीजिये आपको आपका रिजल्ट जल्दी ही मिल जायेगा।

कैसे करे कपाल भाती प्राणायाम : इस प्राणायाम को करने के लिए खुले और शांत-शुद्ध वातावरण मे बैठ जाये। और नाक से साँस को बहार की और छोड़े, और साँस बहार फेकते वक़्त पेट अंदर बहार होता है। एक बात का विशेष ध्यान रहे की साँस अंदर नहीं लेनी है बहार की और छोड़नी है। सुबह और शाम मे खाली पेट रोज इस योगा को करने से मोटापा बहुत जल्दी कम होता है विशेष तौर से पेट बहुत जल्दी कम होता है।
कपालभाति योगा के फायदे
1) पेट की चर्बी को कम करने और वजन घटाने मे कपालभाति प्राणायाम रामबाण इलाज है, और इसके अलावा हर रोज ये आसन करने से कब्ज,एसिडिटी और गैस की समस्या भी दूर हो जाती है।
2) यादास्त बढ़ती है और मन के नकारात्मक विचार दूर होते है।
3) हाई कोलेस्ट्रॉल कम होता है।
4) गले और साँस की नली साफ होती है और कफ खत्म होता है।
5) आँखो के नीचे के काले घेरे दूर होते है, और चेहरे की झुर्रिया हटाने और चेहरे की खोयी हुई चमक लाने मे ये योगा बहुत फायदेमंद है।
सावधानी-
1) सुबह के वक़्त खाली पेट ही प्राणायाम करे और हो सके तो सुबह पेट साफ करने के बाद ये प्राणायाम करे।
2) भोजन करने के बाद कपालभाति न करे, अगर कुछ खाया हुआ है तो खाने के ५ घंटे बाद करे।
3) योग करने के बाद कुछ खाये-पिए नहीं लगबघ आधा घंटे तक पानी पि सकते है।
4) प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भवती महिला को ये प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
4)अनुलोम-विलोम प्राणायाम (Anulom Vilom Yoga)
मोटापे को कम करने के लिए कपालभाति की तरह अनुलोम-विलोम प्राणायम भी पेट को कम करने लिए है। इस प्राणायाम को करने के लिए पालथी मार के बैठ जाये,और दोनों हाथो को घुटनो पर रखे, अब बाये हाथ के अंगूठे से एक तरफ की नाक को बंद करे, और दूसरी तरफ से साँस अंदर की और खींचे, इसके बाद उसी हाथ के अंगूठे से अपनी दूसरी तरफ की नाक बंद करे और पहली नाक से साँस बाहर छोड़े, अनुलोम-विलोम की इस क्रिया को १ से १० बार तक करते रहे।

अनुलोम-विलोम के लाभ
1) इस प्राणायाम को नाड़ी शोधन प्राणायाम के नाम से भी जाना जाता है। और इस आसन को करने से शरीर का रकत प्रवाह सही बना रहता है।
2) पेट कम करने के उपाय मे योगा के अंतर्गत अनुलोम-विलोम प्राणायाम काफी उपयोगी हैं।
5) नौकासन योग (Naukasan Yoga)
नौकासन योगा करने के लिए आप पीठ के बल सीधे लेट जाये, और फिर अपनी एड़ी और पंजे मिलाये। और दोनों हाथ भी कमर से चिपका के रखे। अब दोनों पैर हाथ और गर्दन को धीरे-धीरे समान्तर क्रम मे ऊपर उठाये। और इस अवस्था मे शरीर का वजन नितंभ पर आना चाहिए। ३० सेकंड तक इसी स्थिति मे रुकने के बाद फिर से पहली वाली पोजीशन मे आये और लेट जाये, इस आसन को ४ से ५ बार करे।

नौकासन योगा के लाभ
1) हर्निया के रोग का इलाज करने मे फायदा करता है।
2) ये आसन छोटी आंत और बड़ी आंत और पाचन क्रिया मे फायदा करता है।
3) पेट कम करने के लिए नौकासन योगा काफी लाभदायक है।
सावधानी-
1) पेट से सम्बंधित कोई गंभीर रोग है तो इस योगा को न करे।
2) गर्भवती महिला को भी योग और आसन नहीं करना चाहिए।
3) जिन लोगो को स्लिप डिस्क की शिकायत है उन्हें भी ये आसन नहीं करना चाहिए।
अगर मेरा ये पोस्ट अच्छा लगे तो कमेंट और शेयर जरूर करे और जिन लोगो को योगा से सम्बंधित कुछ जानना है तो मेरे इस पोस्ट को पढ़े और शेयर करे।
धन्यवाद