नमस्कार दोस्तों, Hindiinfo.in के इस के पोस्ट में आज मैं आपको बताऊगी प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है ? – Pregnancy Mai Breast Pain in Hindi,आइये जानते है।
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प्रेग्नेंनसी होना माँ बनना एक लड़की के लिए बहुत ही ख़ुशी की बात है और इन 9 महीनो मे एक महिला के शरीर मे हार्मोन चेंज होने की वजह से बहुत से बदलाव आते है। प्रेग्नेंनसी बहुत ही खुशनुमा अहसास होती है लेकिन एक गर्भवती को बहुत सी समस्याओ का सामना करना पड़ता है ,जैसे की -कब्ज ,एसिडिटी ,जी मिचलाना ,वोमेटिंग और इसमें मुख्य रूप से शुरुआत से ही सबसे बड़ी समस्या होती है ब्रेस्ट मे दर्द होना यानि की अगर देखा जाये तो प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) को प्रेग्नेंनसी का फर्स्ट साइन माना जाता है ,तो आज हम इस विशेष टॉपिक के बारे मे ही बात करने वाले है की प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है।
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प्रेग्नेंसी का एहसास हर महिला के लिए सबसे अहम पल माना जाता है। यदि आप एक महिला हैं तो आपको पता ही होगा की प्रेगनेंसी आपके जीवन में कितनी महत्वपूर्ण होती है, यही नहीं किसी पुरुष के लिए भी पिता बनना बहुत ही उत्साहपूर्ण होता है। एक औरत के लिए माँ बनना बहुत ही सौभाग्य की बात होती है,। हेलो फ्रेंड्स कैसे है आप सभी उम्मीद करती हूँ की अच्छे ही होंगे जैसा की आप सभी जानते ही है की मे अपने पोस्ट के अंतर्गत आपको आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स से सम्बंधित जानकारी देती हूँ उसी प्रकार से आज का मेरा टॉपिक थोड़ा डिफरेंट होगा किन्तु अच्छा होगा लेकिन उसके लिए आप सभी लोग जो मेरा पोस्ट पढ़ते है उन्हें मेरा यह पोस्ट पूरा पढ़ना होगा ,इससे आपको बहुत ही अच्छी और बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो सकती है तो आइये जानते है प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है ? – Pregnancy Mai Breast Pain in Hindi की तो आज मे आपको प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है ? इस से जुड़ी सभी जानकारी देने वाली हूँ तो आइये जानते है।
गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है इसका क्या कारण है ?
गर्भावस्था के कई लक्षणों की तरह, गले में खराश और कोमल स्तन और निपल्स बढ़ते और यह हार्मोन के कारण होते हैं। हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन, साथ ही प्रोलैक्टिन (स्तनपान से जुड़ा मस्तिष्क हार्मोन) स्तनों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाते हैं और स्तनपान के लिए तैयार करने के लिए स्तन के ऊतकों में परिवर्तन का कारण बनते हैं। गर्भावस्था का एक सामान्य प्रभाव स्तन दर्द है। गर्भावस्था के कारण हार्मोनल परिवर्तन होते हैं, जो स्तनों को प्रभावित कर सकते हैं। कई लोगों के लिए, पहली तिमाही में स्तन दर्द सबसे आम है, हालांकि यह गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान किसी भी लेवल पर हो सकता है और बहुत सी महिलाओ के दिमाग मे बहुत से सवाल रहते है जैसे की ?

1 ) क्या गर्भावस्था के दौरान स्तनों में दर्द होना आम है?
2 ) मेरे स्तनों में दर्द व अजीब सी झनझाहट क्यों हो रही है?
3 ) मैं अपने स्तनों में दर्द को कम करने के लिए क्या कर सकती हूँ ?
इत्यादि कई प्रकार के सवाल बहुत सी महिलाओ के दिमाग मे आते है और आज के इस पोस्ट के माध्यम से मे आपको इस टॉपिक से रिलेटेड पूर्णरूप से जानकारी देने वाली हूँ।
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प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द ( ब्रैस्ट पेन ) क्यों होता है -Pregnancy Mai Breast Pain Hone Ke Karan
1 ) हार्मोन्स में बदलाव होने के कारण –प्रेगनेंसी के दौरान शिशु के विकास के लिए गर्भवती महिलाओं के शरीर मे बहुत से बदलाव आते है , जिसके चलते हार्मोन्स का स्तर बदलता है तथा हार्मोन में बदलाव होने के कारण ही गर्भवती महिला के स्तन भारी होने लगते हैं और उसमें दर्द होने लगता है। हार्मोन्स का स्तर बदलने की वजह से महिलाओं को प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में दर्द की शिकायत होती है।
2 ) स्तनों में परिवर्तन –प्रेगनेंसी के दौरान स्तनों का आकारा बदलता है, क्योंकि गर्भ में पल रहे भ्रूण के लिए महिला के स्तनों में दूध बनना शुरू हो जाता है। इस दौरान, दूध बनाने वाली कोशिकाएं शरीर में विकसित होने लगती हैं। इससे स्तनों के आकार में वृद्धि होने के साथ ही साथ दर्द भी होने लगता है। जैसे-जैसे गर्भवती के प्रसव का समय नजदीक आने लगता है, वैसे-वैसे स्तनों का भारीपन बढ़ जाता है।
3 ) स्तनों का भारी होना –प्रेग्नेंसी के दौरान स्तनों में दूध बनाने वाली कोशिकाएं (cells )और दूध नलिकाएं (Ducts ) बनती हैं। इस कारण स्तनों का आकार भी बढ़ जाता है। गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में स्तन का कप साइज तेजी से बढ़ता है और स्तन के नीचे फैट की परत जमा होने का खतरा रहता है। इन कई कारकों से गर्भावस्था में स्तन दर्द की समस्या आती है। गर्भावस्था के तीसरे महीने तक लगभग स्तन में वसा का जमाव हो जाता है, जिससे दूध बनने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। वसा जमने की वजह से स्तन काफी भारी हो जाते हैं।
4 ) फाइब्रोसिस्टिक –फाइब्रोसिस्टिक भी गर्भावस्था के दौरान स्तनों में होने वाले दर्द का कारण हो सकता है। इस दौरान एक या दोनों स्तनों में छोटे सिस्ट बन जाते हैं, जिन्हें गांठ भी कहा जा सकता है। इस गांठ के कारण सूजन व दर्द हो सकता है। दरअसल, मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल बदलाव के कारण स्तनों के टिशू प्रभावित होते हैं और फाइब्रोसिस्टिक का सामना करना पड़ सकता है। हर महीने मासिक चक्र में महिला का शरीर संभावित गर्भावस्था के लिए तैयार होता है। इसलिए, महिला के गर्भधारण करने के बाद फाइब्रोसिस्टिक के कारण स्तनों में दर्द बना रह सकता है।
5 ) ब्रेस्ट अल्सर – ब्रेस्ट के अंदर तरल पदार्थ से भरी थैलियां होती हैं, जिसे ब्रेस्ट अल्सर कहा जाता है। गर्भावस्था के दौरान ये पानी से भरे गुब्बारे गोल गांठ के रूप में महसूस किए जा सकते हैं। इससे भी स्तनों में दर्द होता है।
प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द ( ब्रैस्ट पेन ) कम करने के उपाय –
1 ) गुनगुने पानी से सिकाई करें – प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में दर्द से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी से स्तनों की सिकाई करनी चाहिए। इससे स्तनों में दर्द से राहत मिल सकती है।
2 ) प्रेगनेंसी में खूब पानी पीएं – प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में दर्द से राहत पाने के लिए गर्भवती महिलाओं को दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए। इससे शरीर में नमी बरकरार रहती है और दर्द कम होता है।
3 ) सही कपड़ो का चुनाव करे –प्रेगनेंसी के समय गर्भवती महिलाओं को आरामदायक कपड़ो का चुनाव करना चाहिए। स्तनों का साइज बढ़ने की वजह से टाइट कपडे पहनने से ब्रैस्ट मे दर्द होता है इसलिए सही कपड़ो का चुनाव करे।
गर्भावस्था में स्तन दर्द होने के लक्षण
- दोनों स्तनों में भारीपन ।
- स्तनों का संवेदनशील होना ।
- स्तनों में सूजन आना ।
- कभी-कभी तो छूने भर से दर्द महसूस हो सकता है।
प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न -Frequently asked Questions about Pregnancy Mai Breast Pain in Hindi
1 ) क्या गर्भावस्था के दौरान स्तनों में दर्द होना आम है?
हां, गर्भावस्था के दौरान स्तनों में दर्द होना आम है। स्तनों में संवेदनशीलता, दर्द और सिहरन होना गर्भवती होने के सबसे पहले लक्षणों में से एक है।
2 ) मैं अपने स्तनों में दर्द को कम करने के लिए क्या कर सकती हूँ ?
ब्रा स्तनों में दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकती है। आप ब्रेस्ट में दर्द से राहत पाने के लिए गुनगुने पानी से स्तनों की सिकाई करनी चाहिए। इससे स्तनों में दर्द से राहत मिल सकती है।
3 ) मेरे स्तनों में दर्द व अजीब सी झनझाहट क्यों हो रही है?
आपका शरीर गर्भ में बढ़ते शिशु को संभालने के लिए तैयार हो रहा होता है, तो इस दौरान यह अधिक मात्रा में ईस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टीरोन हॉर्मोन का उत्पादन करता है और इस वजह से हॉर्मोनों के बढ़ने के प्रभाव के साथ-साथ स्तनों का आकार भी बढ़ता है इससे स्तनों में दर्द व अजीब सी झनझाहट होती है।
4 ) निपल्स में दर्द क्यों होता है?
पसीना, स्तनपान जैसे कई कारणों के कारण महिलाओं के निप्पल के आसपास यीस्ट व अन्य फंगल इंफेक्शन हो सकता है. जिसके कारण निप्पल में दर्द के साथ जलन और चुभन भी हो सकती है. फंगस के कारण निप्पल के आसपास के टिश्यू को नुकसान पहुंच जाता है।
5 ) क्या प्रेगनेंसी में स्तनों में दर्द होता है?
गर्भावस्था के दौरान शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है जो कि स्तनों में दर्द होने का प्रमुख कारण है। ब्रेस्ट के अंदर की फैट लेयर मोटी हो जाती है और दूध की ग्रंथियों में नलियों की संख्या बढ़ जाती है एवं इस हिस्से में रक्त का प्रवाह बेहतर होगा।
6 ) गर्भावस्था के दौरान स्तनों में और किस तरह के बदलाव आ सकते हैं?
गर्भावस्था के दौरान, आपके शरीर में हार्मोन बदलाव होते रहते हैं, क्योंकि इसी बदलाव के कारण स्तनपान के लिए आपके स्तन तैयार होते हैं। इस दौरान आपके स्तन आपको बड़े और भारी महसूस होने लगते हैं। साथ ही निपल्स और उसके आसपास के काले घेरे भी बड़े होने लगते हैं। साथ ही निपल्स के रंग में भी बदलाव हो सकता है। इसके अलावा, आपके स्तनों में नसें भी दिखने लगती हैं, क्योंकि आपके ब्रेस्ट में रक्त की आपूर्ति बढ़ने लगती है।
7 ) डिलीवरी के कितने समय बाद तक स्तनों में दर्द रहता है?
प्रेगनेंसी के बाद महिला को स्तन में सूजन रहने की समस्या भी हो सकती है, जिसे मैस्टाइटिस (Mastitis) भी कहा जाता है । जब तक स्तनों में दूध आता रहता है, तब तक मैस्टाइटिस की समस्या हो सकती है। यह समस्या हर महिला को नहीं होती, लेकिन इसे आम माना जाता है। यह समस्या धीरे -धीरे कम होती है।
विशेष नोट – गर्भावस्था के दौरान स्तन में होने वाला दर्द काफी असुविधाजनक होता है, लेकिन यह सामान्य पीड़ा है, जिससे हर गर्भवती को गुजरना पड़ता है किन्तु इससे राहत पाने के लिए इस पोस्ट मे मैंने आपको कुछ उपाय भी बताये है आशा करती हूँ की आपको इन उपाय के माध्यम से थोड़ा आराम मिल सके ,तो आप उन्हें अपनाये जिससे आपकी स्तनों मे दर्द की समस्या कम हो सकती है कित्नु आप किसी भी चीज़ को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श करे ,तथा इस वेबसाइट पर बताये गए किसी भी प्रोडक्ट्स का इस्तमाल अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करे।
तो दोस्तों आज के इस पोस्ट के अंतर्गत मैंने आपको बताया की प्रेग्नेंनसी मे ब्रेस्ट पेन ( स्तन में दर्द ) क्यों होता है ? – Pregnancy Mai Breast Pain in Hindi तथा इससे सम्बंधित पूर्णरूप से जानकारी दी है किन्तु फिर भी अगर आपको इसमें कुछ नहीं समझ आता है या इससे रिलेटेड कुछ और डिटेल्स जानना चाहते है तो आप मुझे comment बॉक्स मे जरूर से कमेंट करिये मैं आपके सवालो के जवाब दूंगी और मेरे साथ जुड़े रहने के लिए मेरे , आज के इस पोस्ट को अपनी family और friends के साथ जरूर शेयर कीजिये, और उम्मीद करुँगी की आप मेरा पोस्ट जरूर पढ़ेंगे।