प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन के उपाय – Pregnancy Me Pero Mai Sujan Ke Upay in Hindi

नमस्कार दोस्तों, Hindiinfo.in के इस के पोस्ट में आज मैं आपको बताऊगी प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन के उपाय – Pregnancy Me Pero Mai Sujan Ke Upay in Hindi आइये जानते है।

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गर्भावस्था में पैरों में सूजन के कारण व उपाय -Pregnancy Me Pero Mai Sujan

प्रेग्नेंनसी का 9 महीने का इतना लम्बा सफर आसान नहीं होता ,इसमें हर महिला के शरीर मे बहुत से अलग -अलग बदलाव आते है और कई सारी समस्याओ का सामना करना होता है। गर्भावस्था हर महिला के जीवन एक में रोमांचक समय होता है ,जिसमे कभी -कभी थोड़ी परेशानियाँ भी आती है और गर्भवती महिलाओ की बॉडी मे बहुत ही तेज़ी से अलग -अलग बदलाव आते है। गर्भावस्था के आखिरी समय मे जैसे -जैसे समय नजदीक आता है वैसे -वैसे पैरो मे सूजन की समस्या बढ़ने लगती है और इस वजह से पैरो मे बहुत अधिक दर्द भी होता है। प्रेग्‍नेंसी में पेट तो बाहर निकलता ही है साथ ही पूरे शरीर में भी सूजन आ सकती है , सूजन सबसे ज्‍यादा पैरों और हाथों मे आती है और इस समस्‍या को प्रेग्‍नेंसी में होने वाली एडिमा के नाम से जाना जाता है। गर्भावस्था में पैरों में सूजन के बारे मे पूर्णरूप से जानकरी देने से पहले आपको यह बताना चाहूंगी की गर्भावस्था में पैरों में सूजन क्या है ? तो आइये जानते है।

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गर्भावस्था में पैरों में सूजन क्या है – Pregnancy Me Pero Mai Sujan ?

यह शारीरिक समस्या गर्भावस्था के दौरान सामने आ सकती है। जैसा की आप सभी यह तो जानते ही होंगे की प्रेग्नेंसी मे हर महिला के पैरो मे सूजन -स्वेलिंग की समस्या रहती है और इसके होने का कारण टिशू में तरल के जमाव की वजह से शरीर का प्रभावित भाग सूजा यानी फूला हुआ लगता है और यह प्रभाव अधिकतर हाथो -पैरो मे नजर आता है। मार्डन चाइनीज गायनोकलॉजी में इस समस्या को कई नामों से जाना गया है, जैसे ‘वॉटर स्वेलिंग इन प्रेग्नेंसी’, ‘डिसटेंशन ड्यूरिंग प्रेग्नेंसी’ आदि ,मैं आप सभी की जानकारी के लिए बताना चाहूंगी की कि गर्भावस्था में सूजन कोई बीमारी नहीं है, बल्कि एक शारीरिक समस्या है, जिसे ठीक किया जा सकता है और आज के इस पोस्ट के माध्यम से मैं आप सभी को इसी के बारे मे डिटेल मे जानकरी देने वाली हूँ ।

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प्रेग्नेंसी का एहसास हर महिला के लिए सबसे अहम पल माना जाता है। यदि आप एक महिला हैं तो आपको पता ही होगा की प्रेगनेंसी आपके जीवन में कितनी महत्वपूर्ण होती है, यही नहीं किसी पुरुष के लिए भी पिता बनना बहुत ही उत्साहपूर्ण होता है। एक औरत के लिए माँ बनना बहुत ही सौभाग्य की बात होती है,। हेलो फ्रेंड्स कैसे है आप सभी उम्मीद करती हूँ की अच्छे ही होंगे जैसा की आप सभी जानते ही है की मे अपने पोस्ट के अंतर्गत आपको आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स से सम्बंधित जानकारी देती हूँ उसी प्रकार से आज का मेरा टॉपिक थोड़ा डिफरेंट होगा किन्तु अच्छा होगा लेकिन उसके लिए आप सभी लोग जो मेरा पोस्ट पढ़ते है उन्हें मेरा यह पोस्ट पूरा पढ़ना होगा ,इससे आपको बहुत ही अच्छी और बहुत सारी जानकारी प्राप्त हो सकती है तो आइये जानते है की प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन के उपाय – Pregnancy Me Pero Mai Sujan Ke Upay in Hindi तो आज मे आपको प्रेग्नेंनसी मे पैरो मे सूजन के उपाय इस से जुड़ी सभी जानकारी देने वाली हूँ तो आइये जानते है।

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प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन के लक्षण ? -What are the Symptoms of Swollen Feet During Pregnancy in Hindi

प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन

प्रेगनेंसी में पैरों में सूजन के कारण और कई अलग -अलग लक्षण हो सकते है तो आइये जानते है –

  • पेरो में दर्द महसूस होना।
  • पेरो में भारीपन लगना।
  • सूजन वाली जगह पर गर्म लगना।
  • पैर से चलने मे समस्या होना।
  • पैर हिलाने में कठिनाई आना।
  • पेरो को दबाने पर गड्ढा पड़ना।

प्रेगनेंसी में पैरों की सूजन दूर करने के उपाय –

गर्भावस्‍था के दौरान कभी भी हाथों और पैरों में सूजन आनी शुरू हो सकती है। ऐसा अधिकतर प्रेग्‍नेंसी के पांचवें महीने और डिलीवरी के आसपास होता है। इसके अलावा मौसम में बदलाव, लंबे समय तक खड़े रहने, थकान वाला काम करने, आहार में पोटैशियम कम लेने, कैफीन और सोडियम के अधिक सेवन करने के कारण भी प्रेग्‍नेंसी में सूजन की दिक्‍कत हो सकती है तो इससे बचने के लिए मे आपको कुछ उपाय बता रही हूँ ,जिससे पैरो की सूजन को कम किया जा सकता है –

1 ) नमक का सेवन कम करें

प्रेग्नेंसी के दौरान हाथ पैर में होने वाली सूजन को कम करने का सबसे आसान उपाय है नमक का सेवन कम करें। दरअसल, नमक शरीर में मौजूद एक्सट्रा पानी को रोक कर रखता है। ऐसे में जब शरीर में पहले से इतना सारा वॉटर रिटेंशन हो रखा है ऐसे में ज्यादा नमक खाने से वॉटर रिटेंशन और बढ़ेगा। लिहाजा खाने में ऊपर से अतिरिक्त नमक का इस्तेमाल बिलकुल न करें।

2 ) पोटैशियम रिच डायट खाएं

शरीर में तरल पदार्थों को बैलेंस करने में मदद करता है पोटैशियम। ऐसी चीजों का सेवन करें जिसमें पोटैशियम की मात्रा अधिक हो। केला, आलू, पालक, बीन्स, दही, दालें और साल्मन फिश में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। प्रेग्नेंसी में सूजन कम करने के लिए इन चीजों का सेवन करें।

3 ) नियमित एक्सरसाइज करे –

शरीर की सूजन कम करने के लिए आप एक्सरसाइज का सहारा ले सकती हैं। एक्सरसाइज सूजे हुए भाग से तरल के प्रवाह को सामान्य करने में मदद करेगी। एक्‍सरसाइज से रक्‍त प्रवाह बेहतर होता है और हाथ-पैरों के ऊतकों में जमा फ्लूइड बाहर निकलता है। गर्भावस्था में किसी भी प्रकार की शारीरिक कसरत करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें ।

4 ) शरीर को हाइड्रेट रखें –

शरीर की सूजन से बचने के लिए जितना हो सके शरीर को हाइड्रेट रखें और खूब सारा पानी पीएं। एक हाइड्रेटेड शरीर सूजन की अवस्था को ठीक करने का काम करता है ।

5 ‘) कंप्रेस स्टॉकिंग –

पैरों की सूजन को कम करने के लिए आप कंप्रेस स्टॉकिंग का सहारा ले सकते हैं। ये एक प्रकार के इलास्टिक मौजे होते हैं, जो सूजे हुए पैर को कंप्रेस कर सूजन को कम करने का काम करते हैं।

6 ) कैफीन इनटेक कम करें

अगर आप चाय या कॉफी लवर हैं तो प्रेग्नेंसी के दौरान आपको अपनी इस आदत में बदलाव करने की जरूरत है। दरअसल, सोडियम की ही तरह कैफीन भी शरीर में तरल पदार्थों को रोक कर रखता है जिससे वॉटर रिटेंशन की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए कैफीन इनटेक कम से कम करें।

7 ) पौष्टिक भोजन खाएं –

गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन बहुत जरूरी है। पौष्टिक भोजन आपके संपूर्ण स्वास्थ्य के साथ सूजन जैसी समस्याओं की आशंका को कम कर देता है। गर्भावस्था के दौरान सूजन को कम करने के लिए आप डॉक्टरी सलाह पर एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। इसमें पालक, केल, बादाम, सैल्मन-टूना जैसी मछलियां, संतरे व ब्लू बेरी आदि शामिल है ।

8 ) बाईं ओर सोएं –

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने बाईं ओर सोना चाहिए। इस प्रकार सोने से हृदय, गर्भाशय व लीवर समेत पूरे शरीर में रक्त का संचालन यानि की ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहता है।

9 ) पैरों की मालिश करवाएं –

पैरों की मसाज करवाने से भी आपको सूजन में राहत मिल सकती है। मसाज करने से एक जगह पर जो तरल पदार्थ जमा हो जाते हैं उनमें सर्कुलेशन होता है जिससे सूजन कम करने में मदद मिलती है। आप चाहें तो पेपरमिंट या लैवेंडर के इसेंशल ऑइल से पैरों की मसाज कर रिलैक्स फील कर सकती हैं।

10 ) आरामदेह कपड़े और जूते पहनें –

टाइट कपड़े, मोजे या जूत न पहनें। इससे शरीर में और ज्यादा टाइटनेस वाली फीलिंग आती है तो शरीर की सूजन बढ़ सकती है। टाइट जूते पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को इफेक्टिव करता है इस दौरान, गर्भवती महिलाओं को आरामदायक और हवादार जूते पहने चाहिएं, ताकि चलने-फिरने में किसी प्रकार की परेशानी न आए। इसलिए जहां तक हो सके प्रेग्नेंसी के दौरान आरामदायक कपड़े, कंफर्टेबल शूज ही पहनें।

11 ) पूल में आराम करें –

शरीर की सूजन से निजात पाने के लिए आप पूल में शरीर को आराम दे सकती हैं। कुछ देर पानी में रहने से प्रभावित जगह पर रक्त का संचार बेहतर होता है और सूजन से राहत मिलती है।

प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन क्यों आती है के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न -Frequently asked Questions about Pregnancy Me Pero Mai Sujan Aane Ke Karan in Hindi

1 ) क्या गर्भावस्था में इडिमा ( सूजन ) होना आम है?

गर्भावस्था में इडिमा होना काफी आम है, विशेषकर की तीसरी तिमाही में। करीब 50 से 80 प्रतिशत स्वस्थ गर्भवती महिलाओं को कुछ हद तक सूजन होती है, और गर्मी के मौसम में यह और बढ़ सकती है।

2 ) गर्भावस्था में सूजन कब गंभीर हो सकती है?

प्रेगनेंसी के दौरान हाथों और पैरों में थोड़ी-बहुत सूजन होना सामान्य है, मगर यदि आपको अत्याधिक सूजन लगे तो अपनी डॉक्टर से बात करें। हाथों और चेहरे पर सूजन प्री-एक्लेमप्सिया का संकेत हो सकता है। यह आपके और आपके शिशु के लिए गंभीर स्थिति है और इसमें तुरंत चिकित्सकीय देखरेख की जरुरत होती है।

3 ) प्रेगनेंसी में पैर मे सूजन क्यों होता है?

गर्भाशय के बढ़ते आकार के कारण शरीर की नसों पर दबाव बनने लगता है, जिस वजह से ब्‍लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इस प्रकिया में खून के निचले अंगों से दिल तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न होती है, जिस कारण पैरों में सूजन शुरू हो जाती है।

4 ) गर्भावस्था के दौरान मुझे कहां और कब सूजन आएगी?

  • गर्भावस्था के दौरान सूजन शरीर के कई भागों में देखी जा सकती है जैसे की –
  • हाथ
  • पैर
  • टखने
  • उंगलियां
  • चेहरा
  • पेट के नीचे सूजन

5 ) गर्भावस्था की सूजन कब दूर होगी?

गर्भावस्था में सूजन दूसरी और तीसरी तिमाही में ज्यादा रहती है , जिसका असर डिलीवरी के बाद भी देखा जा सकता है। हालांकि, डिलीवरी के बाद सूजन कुछ हफ्तों में भी कम हो जाती है या प्री-एक्लेम्पसिया जैसी स्थिति में इसे ठीक होने में अधिक समय भी लग सकता है। स्वस्थ गर्भावस्था के दौरान शरीर की सूजन आपको परेशान कर सकती है, लेकिन आप बिल्कुल भी न घबराएं। सूजन से राहत पाने के लिए आप डॉक्टरी की सलाह ले।

विशेष नोट – गर्भावस्था के दौरान पैरो मे सूजन की समस्या नार्मल है , जिससे हर गर्भवती को गुजरना पड़ता है किन्तु इससे राहत पाने के लिए मैंने अपने आज के पोस्ट मे कुछ ऐसे उपाय बताये है जिससे आपको इस समस्या से आराम मिल सके और आशा करती हूँ की आपको इन उपाय के माध्यम से थोड़ा आराम मिल सके ,तो आप उन्हें अपनाये जिससे आपको थोड़ा रिलैक्स फील होगा कित्नु आप किसी भी चीज़ को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श करे ,तथा इस वेबसाइट पर बताये गए किसी भी प्रोडक्ट्स का इस्तमाल अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही करे।

तो दोस्तों आज के इस पोस्ट के अंतर्गत मैंने आपको बताया की प्रेगनेंसी में पैरो मे सूजन के उपाय – Pregnancy Me Pero Mai Sujan Ke Upay in Hindi तथा इससे सम्बंधित पूर्णरूप से जानकारी दी है किन्तु फिर भी अगर आपको इसमें कुछ नहीं समझ आता है या इससे रिलेटेड कुछ और डिटेल्स जानना चाहते है तो आप मुझे comment बॉक्स मे जरूर से कमेंट करिये मैं आपके सवालो के जवाब दूंगी और मेरे साथ जुड़े रहने के लिए मेरे , आज के इस पोस्ट को अपनी family और friends के साथ जरूर शेयर कीजिये, और उम्मीद करुँगी की आप मेरा पोस्ट जरूर पढ़ेंगे।

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